हबल दूरबीन ने ब्रह्मांड की कुछ अत्यंत दुर्लभ तस्वीरें खींची
हैं. इस तस्वीर को एक्सट्रीम डीप फील्ड यानी एक्सडीएफ का नाम दिया गया है.
ब्रिटेन के कैंब्रिज विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक डॉक्टर मिशेल ट्रेंटी कहते हैं, “निश्चित रूप से ये एक असाधारण तस्वीर है.”
वो बताते हैं, "हम आकाश के इस हिस्से पर 22 दिनों तक टकटकी लगाए रहे और इससे हमें ब्रह्मांड को काफी भीतर तक देखने में मदद मिली. इसी वजह से हम ये भी जान पाए कि आकाशगंगाएं अपनी शुरुआती अवस्था में कैसी दिखती हैं."
एक्सडीएफ खगोलशास्त्र का एक महत्वपूर्ण औजार बनेगा. इसके भीतर फैली चीजों को दूसरी दूरबीनों से देखा जा सकता है. ये ऐसी तस्वीर है जो वैज्ञानिकों को वर्षों तक व्यस्त रखेगी और उन्हें ये जानने के लिए प्रेरित करती रहेगी कि आकाशगांगाओं का निर्माण और विकास किस तरह से हुआ.
ये नई तस्वीर वास्तव में पहले एक्सडीएफ का संशोधित संस्करण है.
हबल दूरबीन ने बेहद असाधारण तस्वीरें भेजी हैं जिनसे ब्रह्मांड के कई रहस्यों को जानने में मदद मिलेगी |
ये तस्वीर कई आकाशगंगाओं को समेटे हुए है और ऐसे समय खींची गई है जबकि पहला तारा
बिल्कुल चमकने की शुरुआत ही कर रहा है.
लेकिन ये दृश्य इतना आसान नहीं था. इनमें कुछ चीजें बहुत दूर हैं तो कुछ बहुत
धुंधली हैं.ब्रिटेन के कैंब्रिज विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक डॉक्टर मिशेल ट्रेंटी कहते हैं, “निश्चित रूप से ये एक असाधारण तस्वीर है.”
वो बताते हैं, "हम आकाश के इस हिस्से पर 22 दिनों तक टकटकी लगाए रहे और इससे हमें ब्रह्मांड को काफी भीतर तक देखने में मदद मिली. इसी वजह से हम ये भी जान पाए कि आकाशगंगाएं अपनी शुरुआती अवस्था में कैसी दिखती हैं."
एक्सडीएफ खगोलशास्त्र का एक महत्वपूर्ण औजार बनेगा. इसके भीतर फैली चीजों को दूसरी दूरबीनों से देखा जा सकता है. ये ऐसी तस्वीर है जो वैज्ञानिकों को वर्षों तक व्यस्त रखेगी और उन्हें ये जानने के लिए प्रेरित करती रहेगी कि आकाशगांगाओं का निर्माण और विकास किस तरह से हुआ.
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