जैव इंजीनियरों ने एक ऐसे जलरोधी कपड़ा बनाया है , जो पसीने को बाहर निकाल देगा। यह नया कपड़ा मानव त्वचा की तरह काम करता है। यह अधिक पसीना होने की उन्हें बूंदों में तब्दील कर देता है जो और बूंदे अपने आप बाहर निकल जाती हैं। अमेरिका के कैलिफोर्निया के यूसी डेविस में पैन की माइक्रो-नैनो प्रयोगशाला है। यहां माइक्रोफ्ल्यूडिक्स के क्षेत्र में शोध हो रहा है। यहां ऐसे चिप बनाने पर ध्यान दिया जा रहा है जो द्रव को नियंत्रित करने के लिए अति सूक्ष्म नलिकाओं का इस्तेमाल करता है।
इस कपड़ें में टमेटो सॉस, कोलड्रिंक के साथ शहद डालकर देखा गया इनमें से कोई भी चीज कपड़े पर नहीं टिकी। 'सायंस डेली' के अनुसार पैन और उनके सहयोगी ऐसी प्रणाली का विकास कर रहे हैं जिसका चिकित्सीय जांच परीक्षणों में इस्तेमाल हो। सियुयान जिंग और जिया जियांग ने हाइड्रोफोलिक (जल आकर्षित करने वाले) धागों को जल विकर्षित करने वाले कपड़े में सिलाई कर एक नए माइक्रोफ्ल्यूइडिक कपड़े का विकास किया है। उन्होंने ऐसा कपड़ा तैयार करने में सफलता पाई है जो एक तरफ से पानी को सोखता है और उसे धागों की सहायता से दूसरी तरफ निकाल देता है।
इस कपड़ें में टमेटो सॉस, कोलड्रिंक के साथ शहद डालकर देखा गया इनमें से कोई भी चीज कपड़े पर नहीं टिकी। 'सायंस डेली' के अनुसार पैन और उनके सहयोगी ऐसी प्रणाली का विकास कर रहे हैं जिसका चिकित्सीय जांच परीक्षणों में इस्तेमाल हो। सियुयान जिंग और जिया जियांग ने हाइड्रोफोलिक (जल आकर्षित करने वाले) धागों को जल विकर्षित करने वाले कपड़े में सिलाई कर एक नए माइक्रोफ्ल्यूइडिक कपड़े का विकास किया है। उन्होंने ऐसा कपड़ा तैयार करने में सफलता पाई है जो एक तरफ से पानी को सोखता है और उसे धागों की सहायता से दूसरी तरफ निकाल देता है।
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