Saturday, 1 February 2014

मंगल का वनवे टिकट

आपको मंगल पर जाने का टिकट मिल सकता है. लेकिन लौटने का नहीं. अगर गए, तो वहीं बसना पड़ेगा और यह सब हो जाएगा सिर्फ 10 साल में. तो क्या एक दशक बाद मंगल पर बस्ती बन जाएगी?

जर्मनी के श्टेफान गुंथर का सपना है कि वह मंगल ग्रह पर जाने वाले पहले यात्रियों में शामिल हों. गुंथर जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं. दिन रात फिटनेस की चिंता और दिल लगा कर कसरत. उनका कहना है, "अंतरिक्ष यात्रा ने मुझे हमेशा आकर्षित किया है. मुझे जैसे यह ऊंचाइयां अपनी ओर खींचती हैं. आंकड़ों में और तथ्यों में इस भावना को जाहिर करना मुश्किल है. ऐसा कुछ है जो मुझे अंतरिक्ष की ओर खींचता है."
हॉलैंड की कंपनी मार्स वन ने तय किया है कि अगले 10 साल में मंगल ग्रह पर बस्ती बना दी जाएगी और वहां लोगों को रहने के लिए भेजना शुरू कर दिया जाएगा. कंपनी को अचानक दो लाख आवेदन भी मिल गए. लेकिन टिकट सिर्फ 200 को मिलेगा. अमेरिका से पायलट की ट्रेनिंग कर चुके गुंथर भी आवेदन करने वालों में शामिल हैं. उन्होंने अपना वजन 14 किलो घटाया है और उम्मीद करते हैं कि आने वाले 10 साल तक ऐसा करते रह सकेंगे, "बाहर से देखने पर लगेगा कि इतने लंबे वक्त तक यह सब करना है और इतने लोगों ने आवेदन किया है, तो मेरी संभावना बहुत कम है. लेकिन अंदर से देख कर मैं कह सकता हूं कि कम से कम अगले दौर तक तो मैं जरूर पहुंचूंगा."
कैसा होगा जीवन
इस यात्रा को कई लोग मौत की यात्रा की भी करार दे रहे हैं. किसी को नहीं मालूम कि मंगल पर रहने की स्थिति है भी या नहीं. क्या वहां ऑक्सीजन या जीवन की दूसरी जरूरतों को पूरा किया जा सकेगा या नहीं. पानी होगा या नहीं, अगर होगा भी तो कैसा होगा. क्या इस्तेमाल के लायक होगा या जहरीला होगा. भारत ने लाल ग्रह पर मंगलयान भेजा है, जो 2014 के सितंबर में वहां की धरती को छुएगा और उसके बाद वहां के जटिल पर्यावरण के बारे में कुछ जानकारी दे सकेगा. हालांकि गुंथर का कहना है कि वह मरने नहीं, बल्कि जीने के लिए मंगल ग्रह पर जा रहे हैं, "किसी के पास इसका तजुर्बा नहीं है. किसी नई शुरुआत के वक्त ऐसा ही तो होता है. कोलंबस को ही लीजिए. मेरे अंदर भी कुछ करने की तमन्ना है."
लेकिन जनाब ने एक गलती कर दी. अर्जी भरने से पहले बेगम से नहीं पूछा. अब पत्नी बियाटे गुंथर इस कदर गुस्सा हैं कि कहती हैं कि अलग हो जाने की धमकी दे रही हैं, "हमारे बीच सब कुछ अच्छा है और इतना खूबसूरत रिश्ता है. लेकिन वह एकतरफा यात्रा की बात कर रहा है. मैं कहती हूं कि अगर तुम्हें जाना ही है, तो इतना इंतजार किस बात का, हमें तो अभी अलग हो जाना चाहिए." हालांकि गुंथर ने पत्नी को किसी तरह मना लिया है और अब दंपती इस बात की उम्मीद कर रहे हैं कि शायद 10 साल में रिटर्न टिकट की भी स्कीम आ जाए.
रिपोर्टः कर्सटिन श्राइबर/एजेए
संपादनः ईशा भाटिया

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